1. Lines in motion: The convergence of art, literature, and cinema in Indian culture
Mrunal V. Joharapurkar, Dr. Shashikant Rewade – 07–15
2. Cinema and advertising: A festive…
Deepali M. Limbekar, Dr. Kishor D. Ingale – 16–24
3. मृच्छकटिकम् पर आधारित फिल्म 'उत्सव' में व्यक्त समाज
डॉ. विधु खरे दास – 25–28
4. सिनेमा पोस्टर डिज़ाइन में लिथोग्राफी, स्क्रीन प्रिंटिंग, ऑफ़सेट तकनीक का फिल्म उद्योग में योगदान
चंद्रशेखर वसंतराव वाघमारे, डॉ. शशिकांत रेवडे – 29–37
5. सिनेमा में महात्मा गांधी की उपस्थिति
शिखा सिंह – 38–44
6. सिनेमा और आदिवासी विमर्श
ज्ञानेश्वर रामकिसन हालसे, प्रो. डॉ. विजय गणेशराव वाघ – 45–49
7. सिनेमा और राष्ट्रवाद : एक विश्लेषण
डॉ. वळेकर गहिनीनाथ नारायण – 50–52
8. हिन्दी सिनेमा की पहुँच के दायरे में उभयलिंगी समुदाय
मिन्नी गुप्ता – 53–59
9. अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद : सिनेमा, साहित्य और मीडिया विमर्श
राम कुमार सिंह – 60–66
10. सिनेमा (प्रलेखात्मक फिल्म) और आदिवासी कला
अभिषेक चौरसिया, डॉ. किशोर इंगले – 67–71
11. साहित्यिक कृतियों का सिनेमाई रूपांतरण में वर्तमान समाज की भूमिका
कान्ता रॉय – 72–79
12. ईरान से हिंदुस्तान तक की सिनेमा में गांधी
विशाल कुमार – 80–84
13. गीतिनाट्य एवं रंगमंचीय तत्वों का विश्लेषण : ‘अंधा युग’ के विशेष संदर्भ में
शाश्वती खुंटिआ – 85–91
14. वैश्विक स्तर पर सॉफ्ट पावर कूटनीति के रूप में भारतीय सिनेमा का बढ़ता प्रभाव
अदिति सिंह – 92–98
15.भारतीय सिनेमा और साहित्य में पर्यावरण चेतना
कुसुम डूंगरवाल – 99–104
16. भारतीय सिनेमा में स्त्री अस्मिता का विश्लेषण
मंजुल कुमार सिंह – 105–112
17. यात्रा आधारित हिंदी सिनेमा और घुमक्कड़शास्त्र
ध्रुव कुमार – 113–117
18. समसामयिक घटनाएं और हिंदी सिनेमा
मिथुन नोनिया – 118–123
19. सिनेमा, साहित्य और समाज में हिंदी ग़ज़ल का प्रभाव
चित्रांश खरे – 124–130
20. हिंदी सिनेमा और विकलांगता
रोजी दण्डसेना – 131–136
21. ‘तिरिया चरित्तर’ कहानी और फ़िल्म : स्त्री विमर्श के परिप्रेक्ष्य में एक विवेचन
राणाप्रताप राय – 137–142
22. पोथेर पांचाली का सामाजिक एवं साहित्यिक अध्ययन
आदित्य तिवारी – 143–146
23. सिनेमा में स्त्री विमर्श
कुमारी श्वेता – 147–153
24. हिंदी साहित्य का सिनेमाई रूपांतरण : एक नई पहचान
प्रांजल बरनवाल, अजीत कुमार गौतम – 154–160
25. सिनेमा, साहित्य और रंगमंच
गुलफ़िशा – 161–163
26. Beyond the walls: Graffiti as a narrative tool in Indian social
Dr. Kishor D. Ingale – 164–168
27. OTT’s cinema and social landscape
Manish Tiwary – 169–174